मेढक की शादी, कविता
मेढक की शादी © Copyright, All right reserved. उमड़ घुमड़ के बादल बरसे, बिजली चमके मेघा गरजे। झम झमाझम पानी बरसे, मेढक निकले अपने घर से। मेढक की अब सभा…
मेढक की शादी © Copyright, All right reserved. उमड़ घुमड़ के बादल बरसे, बिजली चमके मेघा गरजे। झम झमाझम पानी बरसे, मेढक निकले अपने घर से। मेढक की अब सभा…
'गीदड़ की शादी' बच्चों के लिए कविता © Copyright, all right reserved. उमड़े बादल, घुमड़े बादल, तेज हवा संग, उमड़े बादल। कभी इधर को, कभी उधर को, मनमस्ती में घुमड़े…